कार्बन उत्सर्जन: खबरें

इलेक्ट्रिक वाहनों से कम प्रदूषण फैलाती हैं हाइब्रिड कारें, मारुति के अध्यक्ष ने किया यह दावा

पर्यावरण बचाने के लिए पेट्रोल-डीजल गाड़ियों की तुलना में इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

वाहनों के लिए नए उत्सर्जन मानक लाने की तैयारी, जानिए कब तक होंगे लागू 

केंद्र सरकार महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए वाहनों माइलेज के लिए मानदंडों के अगले चरण को पेश करने की योजना बना रही है।

कार्बन उत्सर्जन: 1 प्रतिशत अमीरों की हिस्सेदारी 66 प्रतिशत गरीबों से अधिक

कार्बन उत्सर्जन की अधिक मात्रा जलवायु परिवर्तन का कारण बनती है, जिसके कारण ध्रुवीय बर्फ का पिघलना, समुद्र स्तर में वृद्धि, जानवरों के प्राकृतिक आवास में गड़बड़ी और तेजी से मौसम बदलना आदि घटनाएं होती हैं।

11 Oct 2023

गूगल

गूगल ट्रैफिक और प्रदूषण को कम करने के लिए ऐसे कर रही है AI का इस्तेमाल 

गूगल ने प्रदूषण के स्तर को कम करने और विभिन्न शहरों के ट्रैफिक में सुधार लाने के लिए वर्ष 2021 में प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट की घोषणा की थी।

उत्तर प्रदेश में प्रदूषण कम करने के लिए बनेंगी हरित सड़कें, यातायात का दबाव होगा कम 

उत्तर प्रदेश में ग्रीन फ्यूल वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार एकीकृत हरित सड़कें बनाने जा रही है।

सौर ऊर्जा आधारित ये रिएक्टर हवा को बना देता है ईंधन, कार्बन उत्सर्जन को करेगा कम

कैंब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक सौर ऊर्जा संचालित रिएक्टर विकसित किया है, जो कार्बन डाइऑक्साइड और प्लास्टिक के कचरे को एक स्थायी ईंधन में परिवर्तित कर सकता है। इस प्रक्रिया में कुछ अन्य उपयोगी केमिकल का भी उत्पादन होता है।

कार्बन उत्सर्जन और ऊर्जा खपत के साथ पर्यावरण पर कैसे असर डाल रही जनरेटिव AI?

चैटबॉट्स और इमेज जनरेटर्स के पीछे जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी काम करती है। ये टेक्नोलॉजी धरती को गर्म कर रही है।

बजट: हरित योजनाओं को लेकर कई अहम ऐलान, गोबरधन योजना के तहत बनेंगे 500 नए प्लांट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में हरित योजनाओं को लेकर कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम को पर्यावरण सुरक्षा कानून के तहत लाया जाएगा और सरकार ऊर्जा क्षेत्र में 35,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

29 Jan 2023

टेस्ला

हवा से कार्बन डाइऑक्साइड निकाल रहे टेस्ला के पूर्व निदेशक, इस तकनीक से हुआ संभव

वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ता जा रहा है, जो कि मानव जीवन के लिए बड़ा खतरा है। विश्वभर में इसके स्तर को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं।

जलवायु परिवर्तन से जुड़े अहम समझौते कौन से हैं और उनके क्या नतीजे रहे?

पिछले कुछ दशकों से दुनियाभर की सरकारें ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करने के लिए कदम उठाने की बात कह रही हैं। हालांकि, अनेक समझौतों और मंचों के बावजूद दुनिया जलवायु परिवर्तन को रोकने में सफल होती नजर नहीं आ रही है।

जीवाश्म ईंधन से होने वाला प्रदूषण उच्चतम स्तर पर, जीरो उत्सर्जन के राह में बड़ी चुनौती

जलवायु परिवर्तन के लिए मुख्य तौर पर जिम्मेदार जीवाश्म ईंधन से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) नए स्तर पर पहुंच गई है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस साल इसमें एक प्रतिशत बढ़ोतरी होगी।

जलवायु परिवर्तन: क्या है COP27 और ये क्यों महत्वपूर्ण है?

जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में COP27 शिखर सम्मेलन हो रहा है। यह सम्मेलन 18 नवंबर तक चलेगा और इसमें तमाम वैश्विक नेताओं के इकट्ठा होने की संभावना है।

ये देश बैन कर रहे हैं पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन, जानें भारत की स्थिति

बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिये दुनियाभर के देश पेट्रोल और डीजल आधारित वाहनों पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में बढ़ रहे हैं।

21 Jul 2022

दिल्ली

सरकार दे रही इलेक्ट्रिक वाहनों पर पूरा जोर, खरीदी जाएंगी 50,000 इलेक्ट्रिक बसें

बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार निजी के साथ-साथ सार्वजनिक वाहन क्षेत्र में भी इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के चलन पर जोर दे रही हैं।

22 Jun 2022

दिल्ली

दिल्ली: IGI बना हाइड्रो और सौर ऊर्जा से संचालित होने वाला भारत का पहला हवाई अड्डा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डा लगातार नई उपलब्धियां हासिल करता रहा है।

पुराने मास्क को सीमेंट में मिलाएं तो 47 प्रतिशत अधिक मजबूत बन सकता है कंक्रीट- अध्ययन

महामारी के दौरान इस्तेमाल किए गए सिंगल-यूज मास्क अब पर्यावरण के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। हालांकि, कुछ शोधकर्ताओं ने पाया है कि अगर इन मास्क को सीमेंट के मिक्सचर के साथ मिलाया जाता है तो इससे मजबूत और टिकाऊ कंक्रीट बन सकता है।

लेम्बोर्गिनी ने अपने नाम किया ग्रीन स्टार 2022 का खिताब, इन कारणों से बनी विजेता

ऑटोमोबाइल कंपनी लेम्बोर्गिनी ने इस साल के ग्रीन स्टार 2022 का पुरस्कार जीत लिया है।

दिल्ली सरकार का नया कदम, EV में बदल रही विभागों की पेट्रोल और डीजल गाड़ियां

वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार कई कदम उठा रही है।

हाइड्रोजन गाड़ियों की तरफ रेनो ने बढ़ाए कदम, टीज की पहली कॉन्सेप्ट कार

फ्रांस की कार निर्माता कंपनी रेनो अब हाइड्रोजन-संचालित कारों की ओर ध्यान दे रही है। कंपनी ने हाल ही में एक कॉन्सेप्ट कार को टीज किया, जो कि कंबशन इंजन के साथ एक हाइड्रोजन कार है।

ऑस्ट्रेलिया: गर्मी से बचने के लिए सिडनी में काले रंग की छतों पर लगेगी रोक

ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (NSW) प्रांत की सरकार घरों की काली छतों पर पाबंदी लगाने का विचार कर रही है। यह प्रांत के 2050 तक नेट जीरो उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की योजना का हिस्सा है।

11 Nov 2021

अमेरिका

जलवायु परिवर्तन: फॉसिल फ्यूल और क्लीन एनर्जी पर कितनी सब्सिडी दे रहे बड़े देश?

जलवायु परिवर्तन इस समय दुनिया के लिए चिंता का बड़ा विषय बना हुआ है और फॉसिल फ्यूल (जीवाश्म ईंधन) का जलना ग्लोबल वॉर्मिंग का सबसे बड़ा कारण है।

प्रदूषण से लड़ने की तैयारी कर रहा ये इंजीनियर, प्रधानमंत्री मोदी ने की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिनों यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने पहुंचे और वहां उन्होंने प्रदूषण कम करने से जुड़ी टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे भारतीय इंजीनियर से मुलाकात की।

05 Nov 2021

पोलैंड

COP26: बिजली उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल रोकने पर सहमत हुए 40 से अधिक देश

स्कॉटलैंड के ग्लासगो में चल रहे जलवायु सम्मेलन COP26 में 40 से अधिक देश कोयले का इस्तेमाल बंद करने पर सहमत हुए हैं।

04 Nov 2021

अमेरिका

कार्बन उत्सर्जन: महामारी के कारण हो रही कमी हुई बंद, इस साल फिर बढ़ेगा

ग्लासगो में जुटे वैश्विक नेताओं के वादों और बयानों के बाद अब गंभीर चेतावनी सामने आई है।

कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए क्या कर रहे भारत समेत अन्य देश?

भारत, अमेरिका, चीन, रूस और यूरोपीय संघ दुनिया के सबसे बड़े कार्बन उत्सर्जक देश हैं। ये पांचों पर्यावरण में सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं, जो ग्लोबल वॉर्मिंग का सबसे बड़ा कारण है।

जलवायु परिवर्तन: क्या है नेट जीरो उत्सर्जन और ये क्यों अहम है?

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन (COP26) में भारत के 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने का ऐलान किया।

COP26: प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा ऐलान- 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल कर लेगा भारत

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हो रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन (COP26) में नई जान फूंक दी। उन्होंने ऐलान किया कि भारत 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल कर लेगा।

भारत ने विकसित देशों से तेजी से जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने को कहा

भारत ने ऊर्जा का भरपूर लाभ उठा चुके विकसित देशों से जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य तेजी से हासिल करने को कहा है ताकि विकासशील देश इसका फायदा उठा कर कुछ प्रगति कर सकें।

जलवायु परिवर्तन: G-20 की वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने पर सहमति- रिपोर्ट

इटली की राजधानी रोम में हुए G-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के बीच सदी के अंत तक वैश्विक तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक तक सीमित रखने पर सहमति बनी है।

जलवायु परिवर्तन पर भारत क्या कर रहा है और विशेषज्ञ इसे कैसे देखते हैं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते जलवायु परिवर्तन पर शिखर सम्मेलन (COP26) में भाग लेंगे।